स्पोर्ट्स डेस्क। 40 वें ऑल इंडिया उत्तराखंड गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट के रविवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज क्रिकेट स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में ए एम एस कोलकाता की टीम ने दिल्ली चैलेंजर्स को रोमांचक मुकाबले में 18 रनों से हराकर खिताब पर कब्जा किया। कलकत्ता की इस जीत के हीरो मैन ऑफ़ द मैच रहे कप्तान दीपक पुनिया रहे जिन्होंने बल्ले और गेंद दोनो से शानदार प्रदर्शन किया।
देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में दिल्ली चैलेंजर्स की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी कोलकाता की टीम ने पहले विकेट के लिए 66 रन जोड़कर ठोस शुरुआत की। और ध्रुव सिंह के 72 और दीपक पुनिया के 58 रनों की बदौलत दिल्ली चैलेंजर्स की टीम को जीतने के लिए 307 रनों का लक्ष्य दिया।
इसके बाद 307 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली चैलेंजर्स की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम के ओपनर बल्लेबाज मनन वोहरा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इसके बाद 14 वें ओवर तक टीम के 4 बल्लेबाज 61 रनों के टीम स्कोर पर आउट हो गए। हालांकि टॉप ऑर्डर के फेल होने के बाद टीम के मध्यक्रम और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने थोड़ी लड़ाई जरूर लड़ी लेकिन टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहे और पूरी टीम 288 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।
कप्तान ने जीत में निभाई अहम भूमिका, अरुण ने भी चटकाए 4 विकेट
ए एम एस कोलकाता की टीम के कप्तान दीपक पुनिया ने उस समय पर आकर बोले से रंग जमाया जब टीम को उनसे रनों की दरकार थी। डेथ ओवरों में बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए दीपक पुनिया ने 47 गेंदों में 58 रनों की पारी खेली जबकि गेंदबाजी में भी 2 अहम विकेट चटकाए उनके साथ टीम के तेज अरुण छपराना ने 10 ओवरों ने 63 रन देकर चार विकेट लिए और दिल्ली के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया।
कप्तान का हरफनमौला प्रदर्शन भी नही टाल सका दिल्ली की हार
दिल्ली चैलेंजर्स के कप्तान ललित यादव पूरी टीम में वन मैन आर्मी की तरह दिखाई दिए। शुरुआत से ही सब कुछ कप्तान ललित यादव के पक्ष में था। टॉस, बॉलिंग और दूसरी पारी की बल्लेबाजी सब कुछ उनके पक्ष में था लेकिन मैच का रिजल्ट कोलकाता के पक्ष में रहा। ललित यादव ने गेंद के साथ बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 10 ओवरों में 62 रन देकर तीन विकेट चटकाए जबकि लक्ष्य का पीछा कर रही दिल्ली की टीम के लिए 79 गेंदों में 97 रन बनाए।