सोमवार को हुई उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए चार धाम यात्रा मार्ग में पढ़ने वाले ऐसे पुलों पर पार्किंग और रेस्टोरेंट बनाने का फैसला किया है जो अपनी याद पूरी कर चुके हैं और जिनके विकल्प के तौर पर नए पुलों का इस्तेमाल किया जा रहा है इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर धामी कैबिनेट ने अपनी मोहर लगा कर इसकी मंजूरी दे दी है शुरुआती चरण में देवली बगड़, पाखी जलग्वार और गुलर में ऐसे पुलों पर पार्किंग शौचालय और रेस्टोरेंट बनाने का काम किया जाएगा और अगर ये प्रोजेक्ट सफल होता हैं तो पूरे यात्रा मार्ग में बने पुलों पर भी काम शुरू किया जाएगा….. सरकार ने पुराने पड़े पुलों को इस्तेमाल करने के लिए एक प्रोजेक्ट के तहत उन्हें इस्तेमाल करने का फैसला लिया है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि जिन पुलों को उनकी भार सहने को क्षमता पूरा होने की मियाद पूरी होने के चलते बंद कर दिया गया हो उन पर पार्किंग, शौचालय और रेस्टोरेंट बनाकर कहीं लोगो की जान को खतरे में तो नहीं डाला जा रहा क्योंकि जिन नदियों पर ऐसे पुल बने हैं उनमें बरसात में पानी का स्तर बढ़ जाता है और पुलों की नींव भी इस लायक नहीं है कि तेज पानी के बहाव को झेल सके ऐसे में खतरा जरूर है_ वैसे जो लोग चारधाम मार्ग पर पुराने पुलों के आसपास अपनी दुकान चला रहे हैं उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है लेकिन उनका कहना है कि सरकार अगर इन पुलों को इस्तेमाल करने से पहले थोड़ी मरम्मत करा दे तो बेहतर होगा_
