देहरादून। उत्तराखंड में अपराधों को रोकने के लिए राज्य सरकार ने एक और मजबूत कदम बढ़ा दिया है मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के 6 जिलों में अपराधियों के फिंगरप्रिंट फुटप्रिंट डीएनए साइबर सुरक्षा और ड्रग से संबंधित जांच के लिए 6 फॉरेंसिक लैब वैन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया है। की सभी वन फिलहाल पहले चरण में 6 जिलों में भेजी गई है जबकि बाकी जिलों में भी दूसरे चरण में ऐसी ही लैब वैन तैनात की जाएगी।
इन लैब वैन में ड्रग डिडक्शन किट, एक्सप्लोजिव किट, फिंगर प्रिंट किट, फुट प्रिंट किट, डीएनए किट, फ्रिज, जनरेटर, साइबर सुरक्षा से संबंधित साफ्टवेयर, वीडियो कैमरा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन फॉरेंसिक लैब वाहनों के माध्यम से किसी भी अपराधिक घटना की मौके पर ही प्राथमिक परीक्षण संभव हो जाएगा। जिससे अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
इन सभी वाहनों के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को 3 करोड़ 92 लख रुपए की धनराशि दी है जबकि एक फॉरेंसिक लैब वन बनाने में 65 लाख रुपए की लागत आई है। पहले चरण में यह फॉरेंसिक लैब वैन देहरादून हरिद्वार नैनीताल उधम सिंह नगर अल्मोड़ा और श्रीनगर में भेजी गई है जबकि दूसरे चरण में प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी ऐसी ही लैब वैन तैनात की जाएगी।