देहरादून। देश के लगभग 500 जिलों में कृषि क्षेत्र में किए गए बदलाव और आधुनिकीकरण के लिए मिलने वाले नेशनल अवार्ड में उत्तरकाशी जिले को वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट का फर्स्ट रनरअप का पुरस्कार मिला है जबकि उत्तराखंड को भी राज्य सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में किए गए प्रयासों के चलते दूसरा स्थान मिला है। वहीं उत्तराखंड के लाल धान को जीआई टैग मिलने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान मिला है जो राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है।

नई दिल्ली में आयोजित नेशनल वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) अवार्ड के लिए केंद्र सरकार को सभी राज्यों ने अपने उन्नत जिलों में की जा रही पारंपरिक खेती का ब्यौरा भेजा गया था। जिसके तहत केंद्र सरकार को देशभर के 500 जिलों में की जा रही आधुनिक खेती के आवेदन प्राप्त हुए थे। अन्य आवेदन में उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में होने वाली लाल धन की खेती को अगस्त में नामित किया गया था। इसके बाद भारत सरकार के एक दल ने देश के सभी जिलों के साथ अक्टूबर और नवंबर माह में उत्तरकाशी में पहुंचकर राज्य सरकार द्वारा किए गए दावों का सर्वेक्षण किया। इसी सर्वे में बनाई गई रिपोर्ट के आधार पर उत्तरकाशी जिले को वन नेशन वन प्रोडक्ट कैटिगरी में दूसरा स्थान दिया गया है जबकि राज्य सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व बदलावों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड को भी दूसरा स्थान मिला है।

नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रोहिल्ला को अवार्ड और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उत्तरकाशी के मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र उत्तरकाशी शैली डबराल भी मौजूद रहे। वहीं केंद्र सरकार से उत्तराखंड को मिली इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी है।