देहरादून। धामी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विधानसभा का शीतकालीन सत्र 5 फरवरी से 8 फरवरी तक 4 दिन के लिए चलाया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने उम्मीद जताई है 5 फरवरी से शुरू हो रहा सत्र शांतिपूर्ण तरीके से चलेगा जिसमें प्रदेश के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। हालांकि विपक्ष ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधते हुए सत्र की अवधि को बढ़ाने की मांग की है।

राज्य के लिए विधानसभा और देश के लिए लोकसभा और राज्यसभा का सत्र जितना महत्वपूर्ण होता है उतनी ही महत्वपूर्ण सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बिलों पर चर्चा भी होती है लेकिन उत्तराखंड में धामी सरकार का पिछला विधानसभा सत्र में तीन दिनों के भीतर ही सिमट गया था जिस पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना चाहते हुए कहा था कि सरकार चर्चा से बच रही है। वही इस बार भी विधानसभा सत्र 5 फरवरी से शुरू होगा जो महज 4 दिन के लिए रखा गया है अब इन चार दिनों के भीतर कि बिल पर कितनी चर्चा हो सकती है यह समय की अवधि देखकर ही समझा जा सकता है।

वैसे इस विधानसभा सत्र पर सभी की निगाहें जरूर होगी क्योंकि प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए विधानसभा सत्र का इंतजार किया जा रहा था। जाहिर है जितनी चर्चा यूनिफॉर्म सिविल कोड के लिए की जा रही थी 5 फरवरी को उस पर विराम जरूर लगेगा। हाल ही में समिति का कार्यकाल भी 15 दिन बढ़ाया गया है जो विधानसभा सत्र की अवधि के बाद समाप्त हो जाएगा ऐसे में उम्मीद यही की जा रही है की यूनिफॉर्म सिविल कोड का ड्राफ्ट विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा। जिस पर चर्चा के लिए विपक्ष भी पूरी तरह से तैयार है।