देहरादून। केदारनाथ उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने भाजपा सरकार को पहाड़ के मुद्दों पर घेरना शुरू कर दिया है। केदारनाथ से कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी और पूर्व विधायक रहे मनोज रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भाजपा सरकार पर भू कानून के मुद्दे पर जमकर हमला बोला है उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने जमीनों के मामले में जो पाप किया उस पाप को धामी सरकार महापाप बना रही है।
पूर्व विधायक ने धामी सरकार और त्रिवेंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में जो भू कानून था उसे दोनों सरकारों ने अपने हिसाब से बदलाव करके जमीनों को खुर्द बुर्द किया है और जमीन को लेकर बड़ा खेल किया गया है जिसके चलते हरिद्वार और पौड़ी जिले में कई जमीन ऐसी हैं जिन्हें ओने-पौने दाम पर अपने लोगों को बेच दिया गया है।
मनोज रावत ने मसूरी में 422 एकड़ जमीन का हवाला देते हुए कहा कि मसूरी में भी एक जमीन को पर्यटन सचिव ने 172 एकड़ पर्यटन की भूमि में से 142 एकड़ भूमि एक एडवेंचर स्पोर्ट्स कंपनी को एक करोड़ सालाना किराए पर 15 साल के लिए दे दी। जिसमें कई नियम और शर्तें बदली गई है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में अपने लोगों को जमीन देने के लिए कितना बड़ा खेल किया जा रहा है।
वहीं पूर्व विधायक मनोज रावत ने भू कानून लागू करने के धामी सरकार के फैसले को जुमला बताते हुए कहा कि प्रदेश में भू कानून को लेकर बड़े आंदोलन हो रहे हैं। खुद सीएम ने केदारनाथ की भूमि से ही सख्त भू कानून लाने की घोषणा की थी। जबकि इससे पहले 2022 में भू कानून को लेकर उच्च समिति भी बनाई गई। लेकिन आज तक यह नहीं पता लग पाया कि वह भू कानून को लेकर सरकार क्या करने जा रही है।