खटीमा। मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत मलखंब प्रतियोगिता के शुभारंभ के मौके पर देश के कोने-कोने से आए सभी प्रतिभागियों और खेल प्रेमियों का स्वागत करते हुए कहा कि चकरपुर के इस नवनिर्मित स्टेडियम में 38वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत आयोजित इस मलखंभ प्रतियोगिता में सभी के बीच उपस्थित होकर उन्हें हर्ष की अनुभूति हो रही है।
उन्होंने कहा कि 38 वें नेशनल गेम्स के लिए चकरपुर के स्टेडियम को 16 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं से युक्त किया गया है जो हमारे युवाओं को विभिन्न खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सहायता प्रदान करेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने चकरपुर स्टेडियम में बोर्डिंग बॉक्सिंग अकादमी बनाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत के पारंपरिक खेलों को न केवल सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है, बल्कि उन्हें वैश्विक पहचान भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 2036 के ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के लिए भेजे गए प्रस्ताव में हमारे पारंपरिक खेलों जैसे कबड्डी, खो-खो और योग आदि को ओलंपिक में शामिल करने के प्रयास भी किए हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आयोजित हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में पहली बार योग और मलखंभ जैसे हमारे पारंपरिक खेलों को भी शामिल किया गया है। मलखंब केवल एक खेल नहीं, बल्कि शारीरिक दक्षता, मानसिक एकाग्रता, संतुलन और आत्मसंयम का अद्भुत संगम है, ये हमारे भारत की एक ऐसी प्राचीन विरासत है, जिसे संजोकर रखना हम सभी का कर्तव्य है और आने वाले समय में कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और मलखंभ की हमारी इस प्राचीन विरासत को विश्व स्तर पर ले जाने वाले सारथी बनेंगे।
गौरतलब है कि बोर्डिंग बॉक्सिंग अकादमी को एक्सीलेंस बॉक्सिंग सेंटर के रूप में स्थापित किया जाएगा। जहां बॉक्सिंग खिलाड़ी ( बॉक्सर) अपनी प्रतिभा को निखारेंगे और बॉक्सिंग के क्षेत्र में विभिन्न आधुनिक खेल उपकरणों से अपनी क्षमता को बढ़ाएंगे। जिसका लाभ उत्तराखंड के सभी बॉक्सिंग खिलाड़ी ( बॉक्सर) को मिलेगा।