देहरादून। विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं को उत्तराखंड रोडवेज बस में मुफ्त सफर की सौगात भी दी वहीं मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद सैनिकों के परिजनों को किया सम्मानित
16 दिसंबर को 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस मौके पर राजधानी देहरादून के गांधी पार्क में विजय दिवस समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस युद्ध में शहीद हुए भारत के लगभग 39 सौ जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 1971 का युद्ध स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक ऐसा स्वर्णिम अध्याय है, जो प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत है। जिसमें हमारी तीनों सेनाओं ने मात्र 13 दिनों में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
सेना की अनदेखी के लिए विपक्षी सरकारों पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजय दिवस के मौके पर विपक्ष सरकारों पर भी जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि 2014 से पूर्व सेना के शौर्य को भी राजनीतिक चश्मे से आंकने का प्रयास किया जाता था। तब दुश्मन के हमला का जवाब देने के लिए भी सेना को आदेश लेना पड़ता था, लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश की सेनाओं को युद्ध के समय गोली चलाने के लिए आदेश की आवश्यकता नहीं पड़ती जिससे सेना बढ़े हुए मनोबल से गोलियों का जवाब गोलों से दे रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार सेना के पराक्रम और बलिदान को सर्वोच्च सम्मान देती है। उन्होंने कहा कि आज भारतीय सेना को प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप आज भारत न केवल अपनी रक्षा जरूरतों में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है, बल्कि विभिन्न देशों को रक्षा सामग्री निर्यात करने में भी नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
वीरांगनाओं और वीर माताओं को निःशुल्क बस यात्रा की बड़ी सौगात
विजय दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और वीर माताओं को सम्मानित करते हुए उनके लिए परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की घोषणा की है। इससे पहले उत्तराखंड की रोडवेज बसों में केवल चक्र विजेताओं की पत्नियों के लिए ही निशुल्क यात्रा थी जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बढ़कर अब शहीद सैनिकों की पत्नियों और माताओं को यात्रा निशुल्क दी जाएगी।