देहरादून। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के बीच बदजुबानी का सिलसिला भी चल पड़ा है। उत्तराखंड में भाजपा के प्रभारी दुष्यंत गौतम ने भाजपा चुनाव कार्यालय उद्घाटन के मौके पर अपने संबोधन में विपक्षी राजनीतिक दलों के हिंदी गठबंधन की तुलना कुत्तों के झुंड से कर दी। जिस पर कांग्रेस में भाजपा नेता की बदजुबानी पर उन्हें मवाली करार दे दिया।
जैसे ही कोई चुनाव आते हैं वैसे कई राजनीतिक दलों के नेता बदजुबानी करने लगते हैं जिस पर पार्टी के शीर्ष नेता भी कोई ध्यान नहीं देते क्योंकि कई मां को पर पार्टी को यह लगता है कि इस बाद जुबानी के कारण उनका फायदा होता है इसी राजनीतिक फायदे के लिए कई बार राजनीतिक दल के बड़े-बड़े नेता मर्यादा को तार तार कर देते हैं। जिससे कोई भी राजनीतिक दल बच नहीं पाया है वैसे यह बात और है कि 2014 के बाद चुनावों के बीच और उससे पहले हां मर्यादित भाषा का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। जिस पर ना तो राजनीतिक दल के शीर्ष नेता कोई कार्रवाई करते हैं और ना ही चुनावों के बीच चुनाव आयोग। लेकिन बात जब विपक्ष के नेताओं की होती है तो राजनीतिक दल ही ना सही काम से कम चुनाव आयोग करवाई तो कर ही देता है। जिसे आप एक तरफ कार्रवाई भी कह सकते हैं।
हाल ही में भाजपा चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे उत्तराखंड बीजेपी प्रभारी दुष्यंत गौतम ने जिस तरह विपक्ष के बनाए इंडी गठबंधन के नेताओं की तुलना गली के कुत्तों से की है इस पर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा प्रदेश प्रभारी को मावली बताया है उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा प्रदेश प्रभारी ने एक मावली की तरह अपना भाषण दिया है। उन्होंने कहा कि जिस भाषा का इस्तेमाल दुष्यंत गौतम ने किया है वह उनकी संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता है।
इतना ही नहीं प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता ने भाजपा को आधे हाथों लेते हुए कहा कि अपने सत्ता के नशे में चूर भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के कई नेताओं को सीबीआई और एड का डर दिखा रही है जिससे देश का कोई भी राज्य शायद ही अछूता रहा हो। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी देश से लोकतंत्र और संविधान दोनों को मिटा देना चाहती है।