उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा का मौजूदा सत्र अपने अंतिम दौर में है और 2 नवंबर से चार धाम यात्रा के कपाट होने की शीतकाल के लिए बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है सबसे पहले 2 नवंबर को गंगोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद होंगे तो वहीं 3 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। 10 में से शुरू हुई चार धाम यात्रा में इस साल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पर 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
10 मई 2024 से शुरू हुई चार धाम यात्रा अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है नवंबर की शुरुआत में गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दी जाएंगे तो वहीं केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट भी नवंबर महीने में ही शीतकाल के लिए बंद होंगे। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की बात की जाए तो दोनों धामों पर अब तक 15 लाख 1 हजार 563 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं जिनमें यमुनोत्री धाम में 7 लाख 828 और गंगोत्री धाम में 8 लाख 735 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं जबकि अभी भी तीन से चार दिन की यात्रा बाकी है ऐसे में इस संख्या में और भी इजाफा होगा।
अपनी परंपरा के अनुसार शीतकाल के समय में गंगोत्री मंदिर के कपाट अन्नकूट पर्व पर बंद किए जाते हैं जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के पर्व पर शीतकाल के लिए बंद होते हैं। कपाट बंद होने के बाद शीतकाल के लिए मां गंगा जी की उत्सव मूर्ति मुखवा गांव और मां यमुना जी की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव में विराजमान रहती है और शीतकाल के दौरान श्रद्धालु मुखवा और खरसाली में ही मां गंगा और यमुना की मां यमुना की पूजा अर्चना करते हैं।
वही इस साल गंगोत्री और यमुनोत्री धार में धाम में पिछले साल की अपेक्षा इस साल यात्रा कम दिन चलेगी। गंगोत्री धाम में पिछले वर्ष 207 दिन यात्रा चली थी लेकिन इस साल केवल 177 दिन यात्रा चलेगी वही वही गंगोत्री धाम में पिछले साल 208 दिन तक यात्रा चली थी लेकिन इस साल 178 दिन ही यात्रा चलेगी बावजूद इसके इस साल दोनों धामों पर दैनिक यात्रा पिछले साल की अपेक्षा अच्छी रही है पिछले साल दोनों धाम पर प्रतिदिन औसतन 7907 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे जबकि इस साल प्रतिदिन औसत श्रद्धालुओं की संख्या 8781 है जो पिछले साल की अपेक्षा 874 ज्यादा है।
वहीं यात्रा समाप्त होने से पहले चार धाम यात्रा से संबंधित सभी विभागों ने 2025 चार धाम यात्रा की तैयारी भी शुरू कर दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने एक महीने पहले ही सभी विभागों को निर्देश जारी कर दिए थे कि वह चार धाम यात्रा 2025 के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दें और समय-समय पर समीक्षा बैठक भी करें। जिससे यात्रा सुचारू और सुव्यवस्थित तरीके से बिना रुकावट चलती रहे। वहीं उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभागों और संगठनों को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में यात्रियों की सुविधा के विस्तार की सभी प्रस्तावित योजनाओं पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं।