स्पोर्ट्स डेस्क। देहरादून में चल रहे 40 वें ऑल इंडिया उत्तराखंड गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट में शुक्रवार को डी वाई पाटिल मुंबई क्रिकेट टीम और दिल्ली चैलेंजर्स की टीम के बीच पहला सेमीफाइनल खेला गया जहां दिल्ली की टीम ने मुंबई की टीम को 6 विकेट से हराकर फाइनल में जगह बना ली।
देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले सेमीफाइनल मैच में दिल्ली चैलेंजर्स की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी डी पाटील मुंबई की टीम ने पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय शुरुआत तो की लेकिन इस अच्छी शुरुआत को वह बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए और पूरी टीम 10 विकेट खोने के बाद 234 रन ही बना पाई।
52 रनों की ओपनिंग साझेदारी के बाद 52 रनों के टीम स्कोर पर डी वाई पाटील मुंबई क्रिकेट टीम का पहला विकेट गिरा इसके बाद दिल्ली चैलेंजर्स के तीन गेंदबाजों भागमेंद्र रमेश प्रसाद और अर्जुन रपरिया की तिकड़ी की घातक गेंदबाजी के आगे मुंबई की टीम की एक नहीं चली यहां तक की टीम के पांच बल्लेबाज डबल फिगर तक नहीं पहुंच पाए और पूरी टीम में 234 रन की बना सकी। डी वाई पाटील मुंबई क्रिकेट टीम के इकलौते बल्लेबाज प्रियम गर्ग ही दिल्ली चैलेंजर्स के गेंदबाजों के साथ लड़ते दिखाई दिए। जिन्होंने शानदार 106 रन की शतक की पारी खेली।
ऑलराउंडर भागमेंद्र ने किया हरफनमौला प्रदर्शन, रमेश और अर्जुन की भी धारदार गेंदबाजी
दिल्ली चैलेंज टीम के ऑलराउंडर भागमेंद्र ने 6 ओवर में कंधे पर पांच विकेट चटकाए और लक्ष्य का पीछा कर रही दिल्ली चैलेंजर्स टीम को 28 रन बनाकर जीत की दहलीज तक पहुंचाया जबकि टीम के दो और गेंदबाज रमेश प्रसाद ने 3 और अर्जुन रपरिया 2 विकेट लटका कर टीम अपनी टीम को जीत दिलाने और फाइनल में पहुंचने में अहम भूमिका निभाई।
सरफराज और मुशीर ने किया निराश सस्ते में लौटे पवेलियन
डी वाई पाटील मुंबई क्रिकेट टीम की तरफ से क्वार्टर फाइनल मैच में शतक लगाने वाले दो बल्लेबाज सरफराज खान(04) और मुशीर खान(07) सेमीफाइनल में पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। दोनों ही बल्लेबाज डबल फिगर तक भी नहीं पहुंचे पाए। जो दिल्ली चैलेंजर्स की टीम की जीत के लिए बड़ा फैक्टर साबित हुई।