हरिद्वार। शुक्रवार 9 अगस्त को हरिद्वार रेलवे स्टेशन से एक 8 महीने के बच्चे के अपहरण के मामले में जीआरपी और आरपीएफ ने 2 दिनों की मेहनत के बाद बच्चे का अपहरण करने वाली एक महिला को ऋषिकेश से गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से बच्चे को सकुशल बरामद करके उसकी मां को सौंप दिया गया है। बच्चे के मिलने पर माता पिता ने भावुक होकर पूरी पुलिस टीम का धन्यवाद किया।
दरअसल 9 अगस्त को हरिद्वार के प्लेटफार्म नम्बर 1 पर सुबह करीब 5 बजकर 35 मिनट पर एक दंपत्ति ने जीआरपी थाने में शिकायत की कि सुबह करीब 4 बजकर 30 मिनट पर किसी ने उनका 8 माह का बच्चा उनके पास से उठा लिया। जीआरपी पुलिस ने एसपी जीआरपी सरिता डोभाल के निर्देशन में बिना वक्त गंवाए इस मामले में अपनी खोजबीन शुरू कर दी लेकिन पुलिस के सामने यह केस बिल्कुल ब्लाइंड केस था क्योंकि इस केस में अपहरण किए गए बच्चे का कोई फोटों तक नही था।

लेकिन जीआरपी पुलिस ने पहले दिन से ही इस मामले में तत्काल कदम उठाते हुए आरपीएफ पुलिस और जीआरपी एसओजी के साथ मिलकर देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, लक्सर, रुड़की और अन्य राज्यों में हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपने तंत्र को एक्टिव करते हुए बच्चे की तलाश शुरू कर दी। जीआरपी पुलिस आरपीएफ पुलिस और जीआरपी एसओजी के करीब 23 जवानों ने मिलकर अलग-अलग जगह जाकर जांच पड़ताल की और कई सीसीटीवी को खंगाला।
शुरुआती जांच करते हुए जीआरपी पुलिस ने हरिद्वार स्टेशन पर कई लोगों से पूछताछ की जिससे पुलिस को अपहरण करने वाली महिला की एक लीड मिली। जिसके आधार पर पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि अपहरण करने वाली महिला 25 से 30 वर्ष की उम्र की थी। करीब दो दिनों की मेहनत के बाद आखिरकार जीआरपी पुलिस ने आरपीएफ के साथ मिलकर सघन चेकिंग अभियान चलाया। जिसके चलते जीआरपी पुलिस उस महिला तक पहुंची जिसने बच्चे का अपहरण किया था। जिसे जीआरपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से बच्चे को भी सब कुशल बरामद कर लिया है।