हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ के 29वें स्थापना दिवस, पतंजलि योगपीठ महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयन्ती और गुरुकुल ज्वालापुर के संस्थापक पूज्य स्वामी दर्शनानन्द जी की जयन्ती के अवसर पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विश्व के श्रेष्ठतम गुरुकुल ‘पतंजलि गुरुकुलम्’ व देश के श्रेष्ठतम शिक्षण संस्थान आचार्यकुलम् की नवीन शाखा का शिलान्यास किया।
शिलान्यस के लिए आयोजित भव्य कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, एमिटी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अशोक चौहान, बाबा बालकनाथ जी महाराज, लक्ष्मण गुरु जी, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष स्वामी रविन्द्रपुरी जी महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद जी महाराज, स्वामी यतीश्वरानंद, सत्यपाल, राकेश टिकैत, सुरेश चन्द्र आर्य, आचार्य स्वदेश, विनय आर्य, दयानंद चौहान, स्वामी आर्यवेश, आचार्या सुमेशा, आचार्या सुकामा, सुशील चौहान, स्वामी सम्पूर्णानंद सहित आर्य समाज के लगभग सभी विद्वान, भजनोपदेशक और संन्यासी महापुरुष, हरिद्वार के सभी पूज्य आचार्य महामण्डलेश्वर व संत महात्मा, गुरुकुल ज्वालापुर की महासभा व प्रबंधकारिणी सभा के समस्त अधिकारी व सदस्यगण तथा पतंजलि से सम्बद्ध सभी ईकाइयों के इकाई प्रमुख, अधिकारी, कर्मचारी तथा संन्यासी भाई-बहन भी पहुंचे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्राचीन गुरूकुलीय परंपरा के जीर्णोद्धार के लिए योग गुरु बाबा रामदेव का धन्यवाद किया
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर अपने भाषण में कहा कि गुरुकुलों में शिक्षा के साथ-साथ समाज में शुचिता व नैतिकता का पाठ भी पढ़ाया जाता था। जिसे मैकाले ने एक षड्यंत्र के तहत समाप्त कर दिया था लेकिन स्वामी रामदेव जी महाराज जैसे तपस्वी महापुरुष ने गुरुकुल की परम्परा को पुनः गौरव प्रदान करते हुए पतंजलि गुरुकुलम् की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि स्वामी रामदेव जी के दिशानिर्देशन में संचालित पतंजलि गुरुकुलम् भारतीय संस्कृति व सनातन की ध्वजवाहक बनेगा।
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि गुरुकुल दुनिया भर में भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करेगा
कार्यक्रम में स्वामी रामदेव जी ने कहा कि हमने गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त कर मानव सेवा के लिए विशाल अर्थ साम्राज्य स्थापित किया। अभी 500 करोड़ की लागत से पतंजलि गुरुकुलम् तथा आचार्यकुलम् तैयार करने की योजना है तथा साथ ही अगले 5 सालों में 5 से 10 हजार करोड़ रुपए शिक्षा के अनुष्ठान में खर्च करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जो देश से पाया, उसे इस देश को वापस लौटाना है। उन्होंने कहा कि हमने महर्षि दयानंद के पदचिन्हों पर चलकर योगधर्म से राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि रखा है। महर्षि दयानंद ने एक ओर वेद धर्म, सनातन धर्म की बात की तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्र धर्म के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले बलिदानी तैयार किए। वहीं पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पूज्य स्वामी दर्शनानंद जी ने अल्प संसाधनों से यह संस्था प्रारंभ कर एक स्वप्न देखा था जिसे श्रद्धेय स्वामी रामदेव जी महाराज साकार कर रहे हैं। इस संस्था ने अपनी युवावस्था के गौरव को देखा है। कहीं न कहीं यह संस्था अपनी वृद्धावस्था की तरफ जा रही थी किन्तु स्वामी जी के तप व पुरुषार्थ से यह पुनः अपने अतीत के गौरव को समेटे हुए वैभव प्राप्त करेगी। अतीत में देखें तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राष्ट्रपति तथा पाँच प्रधानमंत्रियों ने भी गुरुकुल ज्वालापुर की भूमि को प्रणाम किया है, भविष्य में इस भूमि से नए-नए कीर्तिमान स्थाापित किए जाएँगे जिसके साक्षी दुनिया के प्रतिष्ठित लोग होंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को मध्य प्रदेश के उज्जैन में पतंजलि योगपीठ बनाने का दिया न्यौता
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने वक्तव्य योग गुरु बाबा रामदेव और पतंजलि योगपीठ की जमकर तारीफ की। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और द्वापर में योगेश्वर कृष्ण ने गुरुकुल में ही शिक्षा ग्रहण की थी जिसे स्वामी या रामदेव ने गौरव प्रदान किया है उन्होंने कहा कि हम नई शिक्षा नीति के माध्यम से भविष्य की पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ेंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्वामी रामदेव को मध्य प्रदेश के उज्जैन में गुरुकुल स्थापित करने तथा मध्य प्रदेश से पतंजलि के सभी प्रकल्पों को संचालित करने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा पतंजलि गुरुकुल व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना को करेगी साकार
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी स्वामी रामदेव पतंजलि योगपीठ की सराहना करते हुए कहा कि गुरुकुल एक विशिष्ट शब्द है जहां गुरु अपने शिष्य को कुलवाहक मानकर शिक्षित करके उसका मार्ग प्रशस्त करता है उन्होंने कहा कि गुरुकुल बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी प्रदान करेगा जिससे वह आदर्श नागरिक बनकर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में योगदान देंगे उन्होंने कहा कि पतंजलि गुरुकुल व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना को साकार करेगा और आने वाले दिनों में पतंजलि की गंगोत्री से भारतीय संस्कृति की गंगा बहेगी।