देहरादून। शनिवार को देहरादून के थाना पटेलनगर क्षेत्र में यमुनोत्री विहार फेस 2 चंद्रबनी में एक किराए के मकान में एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस ने 24 घंटों के भीतर हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्त ने पैसों के लालच में मंजेश की हत्या की थी जिसमें उसके साथ एक और अभियुक्त शामिल था जिसकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों अभियुक्त पहले भी हत्या के केस में जेल जा चुके हैं और जमानत पर रिहा हैं।
पुलिस के मुताबिक हत्या के बाद दोनों आरोपी कमरे में मंजेश कुमार की लाश को छोड़कर छत से नीचे खुद कर भाग निकले जिसमें एक अभियुक्त सचिन के पैर में चोट भी आई थी जिसे अपना इलाज भगवानपुर में कराया और उसके बाद इलाज के लिए सहारनपुर चला गया। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम को सहारनपुर के लिए रवाना किया गया लेकिन पुलिस की सूचना मिलने पर आरोपी सचिन देहरादून की कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में देहरादून आ रहा था जिसे पुलिस से आशारोड़ी के जंगल के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त सचिन ने मंजेश कुमार की हत्या की बात कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले वह भगवानपुर थाने से हत्या के एक मुकदमे में जेल गया था जहां उसकी मुलाकात एक व्यक्ति अर्जुन से हुई जो 2019 में डोईवाला थाने से एक हत्या के मामले में जय गया था और 1 साल पहले बाहर आने के बाद अर्जुन, मंजेश नाम के एक प्रॉपर्टी डीलर के साथ काम करने लगा। और अर्जुन ने बताया था कि मंजेश उसका सारा खर्च उठाता है।
सचिन ने बताया कि कुछ महीने पहले जमानत पर रिहा होने के बाद वह देहरादून जाकर रैपीडो में काम कर रहा था और यमुनोत्री विहार फेस 2 में एक कमरा किराए पर लेकर उसमें रह रहा था जहां अर्जुन उसके साथ खाने-पीने के लिए आया करता था और इसी दौरान अर्जुन ने सचिन को बताया कि मंजेश का प्रॉपर्टी में अच्छा काम है और उसने अच्छा खासा पैसा भी कमाया है और उसके अकाउंट में 38 लाख रुपए हैं और अगर उसे रास्ते से हटा दिया जाए तो सारा पैसा दोनों निकल सकते हैं और आधा-आधा बांट सकते हैं।
सचिन ने बताया कि यह बात होने के बाद उसने अर्जुन को मंजेश की हत्या करने की हामी भर दी जिसके बाद अर्जुन ने सचिन को मंजेश से दो तीन बार मिलाया। सचिन ने पुलिस को बताया कि 29 नवंबर की रात को अर्जुन और मंजेश उसके कमरे पर आए जहां तीनों में बैठकर शराब पी और करीब 11 बजे जब मंजेश अपने घर जाने लगा तो उसने अर्जुन के साथ मिलकर मंजेश को पकड़ लिया और उसका गला दबाकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद कमरे में पड़े जूते के फीते से मंजेश की गला घोटकर हत्या कर दी।