देहरादून। बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में अंकिता के माता-पिता ने रिजार्ट के तथाकथित वीआईपी होने का आरोप भाजपा के एक वरिष्ठ नेता पर लगाया है जिसका वीडियो और एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें जांच एजेंसी पर भी सवाल उठाए गए हैं। अंकिता के माता-पिता के आरोपों पर पुलिस महानिरीक्षक पी/एम एवं प्रवक्ता ने बयान जारी करके इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। साथ ही अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी द्वारा की गई जांच को निष्पक्ष बताते हुए अंकिता को निष्पक्षता के साथ न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर अंकिता भंडारी की मां का वीडियो और पिता का एक पत्र वायरल हो रहा है जिसमें तथाकथित वीआईपी को लेकर दावा किया गया है कि यह वीआईपी भाजपा के एक बड़े नेता है। साथी अंकित के माता-पिता ने जांच कर रही एसआईटी पर भी सवाल उठाए हैं। जिस पर उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने स्पष्टीकरण देते हुए इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
पुलिस प्रवक्ता ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जनपद पौड़ी गढ़वाल के राजस्व क्षेत्र उदयपुर पल्ला 2 तहसील यमकेश्वर पर पंजीकृत मुकदमा संख्या 1/2022 में शान द्वारा गठित एसआईटी ने सभी साक्ष्य को संकलित कर संपूर्ण विवेचना के उपरांत धारा 354A/302/201/120B आईपीसी और 5(1) (D) अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम में गिरफ्तार अभियुक्त पुलकित आर्य पुलकित गुप्ता और सौरभ भास्कर के खिलाफ 16 दिसंबर 2022 को न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है जो अभी न्यायालय में विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि एसआईटी ने विवेचना के दौरान माता-पिता और बाकी सभी गवाहों के विस्तृत बयान लेकर उन्हें न्यायालय में भी अंकित करा लिया है। इस दौरान दोनों ही बयानों में ना ही किसी वीआईपी का कोई जिक्र सामने आया है और ना ही इस बारे में कोई साक्षी प्रस्तुत किया गया है जबकि आरोप पत्र दाखिल होने के 13 महीने बाद इस तरह की बयान बाजी सामने आना और सीट की जांच पर सवाल उठाने दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसके साथ ही पुलिस प्रवक्ता ने अंकिता भंडारी के माता-पिता को भरोसा दिलाया है कि एसआईटी ने अपनी जांच बिल्कुल निष्पक्ष तरीके से की है जिसकी कमान पुलिस की डीआईजी रैंक की अधिकारी को दी गई थी। जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि अंकित भंडारी को न्याय दिलाने के लिए पुलिस कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।