ब्यूरो रिपोर्ट। उत्तराखंड में दिन पर दिन पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है बढ़ती गर्मी के बीच पर्यटक पिकनिक स्पॉट और नदियों के आसपास गर्मी से राहत लेते हुए देखे जा सकते हैं हालांकि कई बार गहरे पानी में जाना पर्यटकों के लिए जानलेवा साबित होता है जिसे रोकने के लिए सभी पिकनिक स्पॉट, गंगा घाट और अन्य स्थानों पर एसडीआरएफ की तैनाती की गई है।
सोमवार को एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने जॉली ग्रांट में एसडीआरएफ जवानों, रेस्क्यू टीमों और आपदा राहत टीमों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सर्च फॉर रेस्क्यू अभियानों की समीक्षा की। जिसमें सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने सभी टीम प्रभारी को भीड़भाड़ और पीक आवर के दौरान नदी किनारे और घाटों पर सतर्क होकर ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने रेस्क्यू अभियानों में तेजी लाने और नदी किनारो पर आने वाले पर्यटकों को जागरूक करने के लिए फ्लड रेस्क्यू टीमों आपदा राहत टीमों और जल पुलिस को निर्देशित किया है। उन्होंने सभी टीमों को विशेष रूप से कहा है कि चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से हरिद्वार ऋषिकेश और अन्य पिकनिक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई है और कई बार पर्यटक संभावित खतरे को दरकिनार करते हुए नहाते समय गहरे पानी में उतर जाते हैं ऐसे में वहां तैनात टीमों का दायित्व बनता है कि वह पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर नहाने की सलाह दें।
एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने उन स्थानों को भी चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं जहां डूबने का खतरा ज्यादा है उन्होंने कहा है कि ऐसे स्थान पर स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके अतिरिक्त जवानों को नियुक्त किया जाए ताकि लगातार गश्त की जा सके। मणिकांत मिश्रा ने राफ्टिंग गाइड के रूप में काम कर रहे युवाओं को भी प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने की बात कही है जिससे राफ्टिंग के दौरान पर्यटकों को तुरंत प्राथमिक उपचार देकर मदद की जा सके।
इसके अलावा सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने हरिद्वार में चल रहे रेस्क्यू सर्चिंग ऑपरेशन के लिए एक अतिरिक्त सर्चिंग सब टीम तैनात करने के भी निर्देश दिए हैं उन्होंने डाकपत्थर बैराज और यमुना नदी में पर्यटकों की भर्ती भीड़ को देखते हुए संबंधित टीम प्रभारी को समंदर सेल स्थान को चिन्हित करने और उन स्थानों पर रेस्क्यू टीम में तैनात करने के भी निर्देश दिए हैं।