देहरादून। उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। एक तरफ मंगलौर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने 422 वोटो के अंतर से और दूसरी तरफ बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी लखपत सिंह बुटोला ने 5224 वोटों से जीत दर्ज की है। दोनों विधानसभा सीटों पर मिली जीत के बाद कांग्रेस मुख्यालय समेत पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं में जोरदार जश्न मनाया।
बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर जनता ने दल बादल की राजनीति को ठुकराया
2022 में हुए आम चुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने राजेंद्र सिंह भंडारी को अपना प्रत्याशी बनाया था। राजेंद्र सिंह भंडारी ने इस चुनाव में भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट को हराकर जीत हासिल की थी लेकिन राजेंद्र सिंह भंडारी के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने के बाद यह सीट एक बार फिर खाली हो गई इसके बाद भाजपा ने राजेंद्र सिंह भंडारी को ही भाजपा के टिकट पर उपचुनाव के लिए बद्रीनाथ विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा लेकिन बद्रीनाथ की जनता ने दल बदल की राजनीति पर विराम लगाते हुए कांग्रेस के पक्ष में खुलकर वोट किया और बीजेपी के राजेंद्र सिंह भंडारी 5224 के अंतर से चुनाव हार गए।
मंगलौर विधानसभा में कांटे की टक्कर लेकिन काम नहीं आया पैराशूट कैंडिडेट
उत्तराखंड की मंगलौर विधानसभा सीट हुए उपचुनाव में बीजेपी ने सबसे बड़ा दांव खेला और पार्टी ने हरियाणा के पूर्व मंत्री रहे करतार सिंह भड़ाना को इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाया। जिसका फायदा कांग्रेस को मिला और चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने प्रचार के दौरान करतार सिंह भड़ाना के बाहरी होने को भी मुद्दा बनाया और आखिरकार चुनाव के नतीजे ने बता दिया कि बाहरी व्यक्ति को टिकट देने से पार्टी को क्या नुकसान हो सकता है।