हरिद्वार। राम नवमी के दिन हरिद्वार जेल में रामलीला मंचन के दौरान सीता हरण के बाद वानर के भेष में उन्हें ढूंढने गए दो कैदी फरार हो गए थे। जिनकी तलाश में जेल प्रशासन के साथ हरिद्वार पुलिस भी जुट गई है। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोभाल ने दोनों आरोपियों को ढूंढने के लिए स्पेशल टीम को लगाया है और 10 अलग-अलग टीमों का गठन किया है जो अलग-अलग लोकेशन पर रवाना कर दी गई है।
विजयदशमी से एक दिन पहले हरिद्वार जिला कारागार में रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी वानर वेशभूषा में थे जो सीता हरण के बाद माता सीता की तलाश करने के दौरान जेल प्रशासन को चकमा देकर जेल से फरार हो गए इस घटना के बाद हरकत में आए जेल प्रशासन ने 6 कर्मियों को निलंबित कर दिया है और इस घटना के संबंध में हरिद्वार के थाना सिडकुल में एक मुकदमा भी दर्ज कर दिया है जिसके बाद पुलिस ने जेल में पहुंचकर साक्ष्यों को इकट्ठा करने के साथ फरार कैदियों की तलाश शुरू कर दी है।
फरार कैदियों में से एक उत्तराखंड के रुड़की का रहने वाला है जो हत्या के आरोप में जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था जबकि दूसरा आरोपी उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला है जो लूट और अपहरण की घटना में शामिल था और जेल में बंद था दोनों आरोपी रामलीला मंचन के दौरान वानर के किरदार में थे और मौका पाकर दोनों जेल के भीतर रखी सीढ़ी के सहारे जेल की दीवार फांदकर भाग निकले।
पहले से ही 500 से ज्यादा फरार कैदियों को तलाशने में जुटी उत्तराखंड पुलिस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है एक तरफ कोविड के दौरान पैरोल पर जेलों से छुटे कैदियों को पिछले कई महीनो से पुलिस तलाश कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ हरिद्वार जेल से दो कैदियों के फरार होने के बाद अब पुलिस इन दोनों की तलाश में भी जुट गई है। हालांकि पुलिस का दावा है कि दोनों फरार कैदियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा और सलाखों के पीछे भेजा जाएगा