ब्यूरो। उधमसिंहनगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या के के 13 दिन बाद उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल सेल एसटीएफ ने घटना को अंजाम देने वाले एक आरोपी अमरजीत को हरिद्वार में हुए एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
दरअसल 28 मार्च को सुबह करीब 6:29 मिनट पर थाना नानकमत्ता में कर सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में सूचना दी गई थी जिसके बाद पुलिस के आलाधिकारी और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटना शुरू कर दिए। उधमसिंहनगर के प्रतिष्ठित नानकमत्ता गुरुद्वारा के भीतर हुई इस घटना की गूंज ने सरकार और पूरे पुलिस सिस्टम को हिला कर रख दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी अभिनव कुमार से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए जिसके बाद मुख्यालय स्तर पर इस घटना के खुलासे के लिए 6 एसआईटी टीम और चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, बागेश्वर और अल्मोड़ा के 79 पुलिसकर्मियों की 11 अलग-अलग टीमों का भी गठन किया गया।
जांच टीम ने इस प्रकरण में 11 आरोपियों को चिन्हित किया जिनमें से साथ की गिरफ्तारी कर ली गई है इसके साथ ही घटना को अंजाम देने वाले सरबजीत और अमरजीत की तलाश की जा रही थी सोमवार देर रात करीब 12:30 बजे हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र में सरबजीत और अमरजीत को बाइक पर देखा गया जिसके बाद दोनों आरोपियों का पीछा किया गया पुलिस को पीछा करते देखा आरोपियों ने पुलिस पर फायर झोंक दिया और जवाबी कार्रवाई में दोनों में से एक अमरजीत गोली लगने से घायल हो गया जिसकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
हालांकि पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक आरोपी मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है वहीं पुलिस की जांच में इस घटना के संबंध में पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम भी सामने आ रहा है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है कि बाबा तरसेम हत्याकांड का लिंक पंजाब में चल रही कबूतर बाजी और ड्रग तंत्र से भी जुड़ा हो सकता है।
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार का कहना है कि इस हत्याकांड में अभी और भी कई बड़े खुलासे होने बाकी हैं पुलिस की जांच जारी है इसीलिए अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा,उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस के सामने अपराधियों ने जो चुनौती पेश की थी उसे स्वीकार करते हुए पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है।