देहरादून। उत्तराखंड में शुरु होने वाली चारधाम यात्रा के दौरान वनाग्नि और मानसून सीजन में आपात आपातकालीन स्थिति में राहत बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन और राज्य आपदा प्रबंधन के अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के अधिकारियों के साथ अतिवृष्टि, लैंडस्लाइड, बादल फटने और भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के लिए की गई तैयारियों पर चर्चा की गई।
वहीं आपदा प्रबंधन विभाग गुरुवार को सभी विभागों के साथ एक मॉक ड्रिल भी आयोजित करेगा जिससे तैयारियों को परखा जा सके। बैठक की अध्यक्षता कर रहे NDMA के सदस्य सैयद अता हसनैन ने बताया कि चारधाम यात्रा केंद्रीय गृह मंत्रालय के नजरिया से बेहद महत्वपूर्ण है। यात्रियों के दर्शन से लेकर सुरक्षा और उनको मूलभूत सुविधा प्रधान करने के लिए यह बैठक का आयोजन किया गया है।
वही मॉक ड्रिल में 7 जिलों में 15 क्षेत्रों में विभिन्न यात्रा की विभिन्न चुनौतियां जैसे भूकंप, लैंडस्लाइड, अतिवृष्टि, बादल फटना जैसे आपदा से निपटने का प्रयास किया जाएगा। वही उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के सचिव विनोद सुमन ने बताया कि चारधाम यात्रा से सीधे जुड़े विभागों और जिला प्रशासन के साथ टेबल टॉप किया जा रहा है। जिससे आपदा के दौरान सभी विभागों में समन्वय बन सके।