ब्यूरो। गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का लगातार तीसरी बार मोदी सरकार ने कार्यकाल बढ़ा दिया है इसके साथ ही प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा का भी कार्यकाल बढ़ाया गया है। इस फ़ैसले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हैं उन्होंने अपने X अकाउंट पर पोस्ट करते हुए इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया है।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने NSA अजीत डोभाल पीएम प्रधान सचिव पीके मिश्रा का कार्यकाल बढ़ाने पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि “प्रधानमंत्री उन अधिकारियों की जगह नहीं ले सकते जिन्होंने प्रधानमंत्री के लिए वह किया है जो एक नागरिक को लोकतांत्रिक समाज में नहीं करना चाहिए। यह बुरा है क्योंकि जो कनिष्ठ अधिकारी बाद में सेवानिवृत्त होंगे उन्हें सर्वोच्च पद पर रहने का मौका नहीं मिलेगा”

सुब्रह्मण्य स्वामी ने सीधे तौर पर मोदी सरकार के इस फैसले को कटघरे में खड़े करते हुए एनएसए अजीत डोभाल और पीएम प्रधान सचिव पीके मिश्रा के अलावा अन्य ऐसे अधिकारियों का हवाला दिया है जिनका रिटायरमेंट करीब है और जो इस पद से ही रिटायर भी हो जाएंगे। यानी उन्होंने इस बात को कहा है कि पदोन्नति सभी का अधिकार है लेकिन उच्च पद पर एक ही व्यक्ति को बनाए रखने से नीचे के पायदान पर रहने वाले अधिकारियों को उनके अधिकार से वंचित रखा जाता है। इससे पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी ने कई बार सरकार की गलत नीतियों पर खुलकर अपनी राय रखी है।