नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा उनके अलावा इसी साल यह सम्मान बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा जाएगा। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने की जानकारी अपने X एकाउंट पर साझा की। खास बात ये है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने के फैसले का कांग्रेस ने भी स्वागत किया है।
साल 1942 से महज 14 साल की उम्र में अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करने वाले लालकृष्ण आडवाणी को इस साल भारत रत्न देने का फैसला लिया गया है इसके साथ ही बिहार के पूर्व सीएम रहे कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा जाएगा आपको बता दे कि साल 2019 में देश के पूर्व राष्ट्रपति दो प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके बाद इस साल दो लोगों को भारत रत्न दिया जा रहा है जिनमें से एक को मरणोपरांत यह सम्मान दिया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करते हुए महज 14 साल की उम्र में आरएसएस के वालंटियर के रूप में की थी इसके बाद उन्होंने अपने कैरियर में राज्यसभा सांसद, सूचना एवं प्रसारण मंत्री, गृहमंत्री और उपप्रधानमंत्री का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। यही नहीं भारतीय जनता पार्टी की राजनीति का सूर्य उदय करने के पीछे सबसे बड़ा हाथ लालकृष्ण आडवाणी का ही है। जिन्होंने रथ यात्रा के दम पर भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट बैंक को मजबूत करने का काम किया। साल 2015 में लालकृष्ण आडवाणी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
लालकृष्ण आडवाणी ने सितंबर 1990 में गुजरात के सोमनाथ मंदिर से उत्तर प्रदेश के अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी, जिसके दम पर 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 120 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। हालांकि भाजपा की रथ यात्रा अयोध्या जाने से पहले ही समाप्त हो गई थी जिसे सबसे बड़ा कारण यह था कि लालकृष्ण आडवाणी को बिहार के समस्तीपुर में 23 अक्टूबर 1990 को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद भी गुजरात बिहार मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में लालकृष्ण आडवाणी की छवि हिंदू नेता के तौर पर बन गई थी। इसी रथ यात्रा में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे जिन्होंने बीजेपी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के साथ इस पूरी यात्रा की कमान संभाली थी।
इस साल भारत रत्न के लिए जैसे ही लालकृष्ण आडवाणी के नाम की घोषणा की गई वैसे ही कई राजनीतिक लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने आई खास बात यह रही की प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मल्लिकार्जुन खड़गे ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के फैसले का स्वागत किया। अब तक भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 48 सख्शियत को दिया जा चुका है। जबकि इस साल दो भारत रत्न के साथ ही आंकड़ा 50 तक पहुंच गया है। जिसका ऐलान कर दिया गया है लेकिन अवार्ड सेरेमनी होना अभी बाकी है।